(34) जीवन की गाड़ी चलती है (1955) दो दूल्हे।
पंकज खन्ना 9424810575 रेल संगीत-परिचय : ब्लॉग सीरीज को अच्छे से जानने के लिए। ब्लैक एंड व्हाइट फिल्में और गाने क्यों देखें या सुनें!? रेल संगीत पर अब तक लिखे गए लेख क्रमानुसार। जीवन की गाड़ी चलती है। गाना: जीवन की गाड़ी चलती है (1955) फिल्म: दो दूल्हे (1955)। गायक: तलत मेहमूद। गायिका: लता मंगेशकर।गीतकार : पंडित इंद्र। संगीतकार: बी एस कल्ला। हीरो: सज्जन। हीरोइन: श्यामा (खुर्शीद अख्तर)। निर्माता: जेमिनी पिक्चर्स। (ये गीत सज्जन, श्यामा और दो अनजान कलाकारों पर फिल्माया गया है।) जीवन की गाड़ी चलती है। गाने की कहानी : सौतेली मां से त्रस्त व विषम परिस्थितियों की मारी हीरोइन (श्यामा) और गलतफहमी के शिकार हीरो (सज्जन) एक ही ट्रेन के दो अलग-अलग कंपार्टमेंट में उदास बैठे हैं। और एक दूसरे को दिल से याद कर रहे हैं। कहानी फिल्मी है, इतने पास हो कर भी मिल नहीं पा रहे हैं...