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Showing posts from July, 2024

(29) गया अंधेरा हुआ उजाला

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पंकज खन्ना  9424810575   रेल संगीत-परिचय : ब्लॉग सीरीज को अच्छे से जानने के लिए। ब्लैक एंड व्हाइट फिल्में और गाने क्यों देखें या सुनें!? रेल संगीत पर अब तक लिखे गए लेख क्रमानुसार।                    (10)   गया अंधेरा हुआ उजाला    ' यात्रीगण कृपया ध्यान दें ! गया अंधेरा हुआ उजाला! अंधेरा मिट चुका है, उजाला हो चुका है और  ये रेलगीत सही प्लेटफॉर्म पर पहुंच चुका है। यात्रीगण इस लिंक को दबाते ही इस रेलगीत को सुन सकते हैं। धन्यवाद!' फिल्म का नाम है सुबह का तारा। संगीतकार: सी रामचंद्र। गीतकार: नूर लखनवी। गायक: तलत महमूद और गायिका: लता मंगेशकर। फिल्म के निर्देशक हैं वी शांताराम। सबसे पहले फिल्म के नाम का मतलब समझ लें, जिंदगी थोड़ी आसान हो जाएगी। सुबह का तारा ( Morning Star) या शाम का तारा ( Evening Star) एक ही चीज़ है। जिसे हम शुक्र तारा भी कहते हैं। वैसे ये तारा न होकर एक ग्रह है। लेकिन गीतकार नूर लखनवी के समान हम भी इसे सुबह का तारा ही मानेंगे।  सोचिए अगर इस फिल्म का नाम होता 'शुक्र ग्रह'! आप पसंद ...

(28) राही मतवाले (वारिस) 1954

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पंकज खन्ना  9424810575 रेल संगीत-परिचय : ब्लॉग सीरीज को अच्छे से जानने के लिए। ब्लैक एंड व्हाइट फिल्में और गाने क्यों देखें या सुनें!? रेल संगीत पर अब तक लिखे गए लेख क्रमानुसार।                                      राही मतवाले अगर  आप ये सोचते हैं कि सभी रेल गीत एक समान होते हैं तो एक बार आप ऊपर सूची पर नजर दौड़ाएं। ये सभी रेल गीत एक दूसरे से काफी भिन्न हैं। कोई हास्य गीत है, कोई देशभक्ति गीत है तो कोई मस्ती भरा गीत तो कोई दार्शनिक गीत। लेकिन सब एक से एक नायाब गीत। आने वाले गीतों के बारे में भी यही कहा जा सकता है। रेल संगीत के सभी ब्लॉग पोस्ट आने वाले हफ्तों में भी कुछ न कुछ नवीनता जरूर रखेंगे। पढ़ते रहिए। आप विस्मित, आनंदित और कभी-कभार द्रवित भी होते रहेंगे, ये वादा रहा! ये सच है कि  रेल संगीत में आने वालों गीतों में भंगार रस     तो अवश्य ही होगा! लेकिन गीत संगीत और किस्से अलग-अलग होंगे।  भंगार रस से हमारा मतलब ये है :  पुराने समय की स्टीम इंजिन वाली रेल गाड...