अब तक रेल संगीत पर लिखे गए लेख क्रमानुसार।
पंकज खन्ना
9424810575
रेल संगीत-परिचय: ब्लॉग सीरीज को अच्छे से जानने के लिए।
चालीस के दशक के गाने:
(1) आई बहार आज आई बहार फिल्म: डॉक्टर(1941)।
हिंदी फिल्मों का संभवतः पहला रेलगीत। हीरो, गायक और संगीतकार: पंकज मलिक। गीतकार:आरजू लखनवी । परदे पर: पंकज मलिक।
(2) चले पवन की चाल । फिल्म: डॉक्टर (1941)।
पहला घोड़ा छाप रेलगीत। हीरो, गायक और संगीतकार: पंकज मलिक। गीतकार: प्रदीप। परदे पर: पंकज मलिक।
(3) ये दुनिया तूफान मेल (1942): फिल्म: जवाब
(पहला गीत जिसमें रेल का नाम आए।) गायिका और हीरोइन: कानन देवी। हीरो : प्रथमेश बरुआ। गीतकार: पंडित मधुर। संगीतकार: कमल दास गुप्ता। परदे पर: कानन देवी।
(4) ये रेल हमारी घर की फिल्म: स्टेशन मास्टर(1942)। बच्चों और हीरोइन द्वारा बनाई गई मानव रेल। गायक और हीरो: प्रेम अदीब। गायिका: राजकुमारी। हीरोइन: रत्नमाला। गीतकार: पी एल संतोषी। संगीतकार: नौशाद। निर्देशक: चिमनलाल लुहार। निर्माता: विजय और शंकर भट्ट, प्रकाश पिक्चर्स, बंबई। परदे पर: प्रेम अदीब और रत्नमाला।
(5) काया की रेल निराली फिल्म: स्टेशन मास्टर(1942)। इस गाने में रेल ही हीरो या हीरोइन है। गायक: जी एम दुर्रानी और कोरस। गीतकार: पंडित इंद्र। संगीतकार : नौशाद। निर्देशक: चिमनलाल लुहार। निर्माता: विजय और शंकर भट्ट, प्रकाश पिक्चर्स, बंबई। परदे पर : BBCI की रेल।
(6) मोरे परदेसी साजन गाना: मोरे परदेसी साजन। पुराने जमाने का आइटम सॉन्ग और फ्लैश मॉब। फिल्म : स्टेशन मास्टर (1942) गायिका: राजकुमारी। गीतकार: राम मूर्ति चतुर्वेदी। संगीतकार : नौशाद। निर्देशक: चिमनलाल लुहार
निर्माता: विजय और शंकर भट्ट, प्रकाश पिक्चर्स, बंबई।
(7) मुसाफिर हंसी खुशी हो पार फिल्म : विश्वास (1943)।
दार्शनिक, मुसाफिर, कर्णप्रिय, दर्शनीय, प्रेरणास्पद रेलगीत। गायक: सुरेंद्र। गीतकार: डॉक्टर सफदर आह सीतापुरी। संगीतकार: फिरोज़ निज़ामी। निर्देशक: जे बी एच वाडिया। परदे पर: सुरेंद्र।
(8) धुएं की गाड़ी उड़ाए लिए जाए। फिल्म: नई कहानी (1943)। दो प्रेमी एक दूसरे की नही बल्कि रेल की स्तुति कर रहे हैं। गायक और हीरो: परेश बैनर्जी। गायिका: राजकुमारी। हीरोइन : मिस रोज़। गीतकार: वली साहब। संगीतकार: श्याम सुंदर। निर्माता और निर्देशक: डी डी कश्यप। परदे पर: परेश बैनर्जी, मिस रोज़ और पी जयराज।
(9) गाना: पिया देस है जाना । फिल्म: जबान (1943)। गाने में पुरुष स्वर में नायिका की मनःस्थिति बताई गई है। गायक और अभिनेता: ईश्वरलाल। संगीतकार : सी रामचंद्र। गीतकार: माहिर उल कादरी। निर्माता और निर्देशक: जयंत देसाई। सिर्फ ऑडियो।
(10) गाना: हम चले वतन की ओर। फिल्म: काशीनाथ (1943)। नायक उत्साह से नायिका से मिलने अपने गांव जा रहे हैं। गायक: असित बरन। गीतकार: पंडित भूषण। संगीतकार: पंकज मलिक। (असित बरन पर ही फिल्माया गया गीत।)
(11) जान बची सो लाखों पाए फिल्म : संजोग (1943)। वासती अपने दोस्त नूर मोहम्मद चार्ली के मजे ले रहे हैं। गायक: श्याम कुमार। गीतकार: डी एन मधोक। संगीत : नौशाद। परदे पर: नूर मोहम्मद चार्ली और वास्ती।
(12) गाना: चली गाड़ी धुआं ये उड़ाती चली। नूरजहां और मोतीलाल की आवाज़ में रेल का सुंदर महिमामंडन। फिल्म: दिल (1946)। गायिका: नूरजहां। गायक: मोतीलाल। गीतकार: रज़ीउद्दीन।संगीतकार: जाफर खुर्शीद। सिर्फ ऑडियो।
(13) गाना: जवानी की रेल चली जाए रे। फिल्म: शहनाई (1947)। जवानी के ढलने और रेल के चलने की सुंदर तुलना! निर्देशक और गीतकार: पी एल संतोषी। संगीत: सी रामचंद्र। गायक कलाकार: गीता दत्त, लता मंगेशकर और चितलकर (सी रामचंद्र)। (यह गीत नासिर खान, रेहाना, दुलारी, इंदुमती और कुमकुम पर फिल्माया गया है।)
(14) चले चकचक चक चक रेल फिल्म: मेरा मुन्ना (1948)। बाल-गीत, हास्य-गीत, रेलगीत जिसमें दो बच्चे लंबी-लंबी फेंक रहे हैं। गायिका: ललिता देऊलकर और एक अन्य अज्ञात गायिका। गीतकार: कमर जलालाबादी। संगीतकार: सी रामचंद्र। सिर्फ ऑडियो।
फिल्म: अनोखी अदा (1948)। पूरे खाली रेल के डब्बे में नायक नायिका का प्रेमालाप! गायक : मुकेश। गीतकार: शकील बदायूंनी। संगीतकार: नौशाद। ये गाना प्रेम अदीब और नसीम बानो पर रेल में फिल्माया गया है।
(16) हेलो हेलो जेंटलमैन । फिल्म: एक्ट्रेस(1948)। महिलाओं की टोली द्वारा हीरो की रैगिंग/खिंचाई। गायिका: ललिता देउलकर और शमशाद बेगम। गीतकार: राजा मेंहदी अली खान। संगीतकार : श्याम सुंदर। परदे पर: प्रेम अदीब, रेहाना, इंदुमती, मीना शौरी और अन्य।
(17) अपनी नज़र से दूर वो । फिल्म: बाजार (1949)। हीरो श्याम खिड़की पर बैठकर निगार सुलताना को याद कर रहे हैं और निगार घर में रो रही हैं। गीतकार: कमर जलालबादी। संगीतकार: श्याम सुंदर और हुसनलाल-भगतराम। नायक: श्याम। नायिका: निगार सुलताना। गायक: मोहम्मद रफी। गायिका: लता मंगेशकर।
(18) ज़रा सुन लो हम अपने प्यार का ।
फिल्म: बाजार (1949)। निगार सुलताना, कुक्कू और साथी महिलाओं द्वारा गाई गई बेहतरीन कव्वाली। गीतकार: कमर जलालाबादी। संगीतकार: श्याम सुंदर और हुस्नलाल-भगतराम। गायिका: राजकुमारी, लता मंगेशकर और साथी। परदे पर: निगार सुलताना, कुक्कू और साथी ।
(19) छक छक चली हमारी रेल । फिल्म: नाच (1949)। दो सखियां रेल में अपने-अपने बलम को याद कर रही हैं। गायिका: गीत दत्त और लता मंगेशकर। गीतकार: मुल्कराज भाकरी। संगीतकार: हुस्नलाल भगतराम। नायक:श्याम नायिका: सुरैया। निर्देशक: रविन्द्र दवे। निर्माता: कुलदीप सहगल।सिर्फ ऑडियो।
पचास के दशक के गाने
(20) मुझे सच सच बता दो ।फिल्म: बावरे नयन(1950)।पूरी टीम की मेहनत से बना एक अविस्मरणीय युगल प्रणय रेल गीत। गायक : मुकेश। गायिका: राजकुमारी। गीतकार, निर्माता और निर्देशक: केदार शर्मा। संगीतकार: रोशन। परदे पर: राज कपूर और गीता बाली।
(21) रेल में जिया मोरा सन् नन् होए रे। रेल के डब्बे में बैठे विभिन्न प्रकार के लोगों का मनोरंजक चित्रण, विवरण। फिल्म: आंखें: (1950)। गायक: राज खोसला। गीतकार: बी डी मिश्रा। संगीतकार: मदन मोहन। सिर्फ ऑडियो।
(22) धक धक करती चली । रेहाना, याकूब और नाटक मंडली की ट्रेन के डिब्बे में सुंदर रिहर्सल। फिल्म: दिलरुबा (1950)। गायिका: गीता दत्त। हीरो: देव आनंद। हीरोइन: रेहाना। गीतकार: संगीतकार: ज्ञान दत्त। परदे पर: रेहाना, याकूब और अन्य।
(23) हमारे दिल के स्टेशन पे । वो बुला रही हैं दिल के स्टेशन पे और ये कहते हैं मेरी मिस फ्रंटियर...! फिल्म: फिफ्टी-फिफ्टी (1950)। गायिका: इंदुरानी। गायक: शेख। गीतकार: अंजुम रहमानी। संगीतकार: के कुमार। सिर्फ ऑडियो।
(24) दिल का ये इंजन सीटियां मारे ।सजनी:दिल का इंजन सीटियाँ मारे। सजन: आजा लाइन क्लीयर है! फिल्म: उस्ताद पेड्रो (1951)। गायक: चितलकर। गायिका: लता मंगेशकर। गीतकार: राजा मेंहदी अली खान। संगीतकार : सी रामचंद्र।सिर्फ ऑडियो।
(25) चल मेरी गडिए फिल्म: एक दो तीन(1953)। हीरोइन ने पूरी गाड़ी ही चुरा ली है और गा रही हैं। गायक: मोहम्मद रफ़ी। गायिका: मीनल वाघ, आशा भोंसले। गीतकार: अज़ीज़ कश्मीरी। संगीतकार: विनोद। निर्माता और निर्देशक: रूप कुमार शोरी।
फिल्म: जागृति ( 1954)। देशभक्ति, पर्यटन, बाल और रेल गीत जिसकी पाकिस्तान ने बेशर्मी से नकल की। गायक और गीतकार: प्रदीप। संगीतकार: हेमंत कुमार। निर्देशक: सत्येन बोस । परदे पर: अभी भट्टाचार्य और बहुत सारे बच्चे।
(27) देख तेरे संसार की हालत (1954)। फिल्म: नास्तिक(1954)। विभाजन की त्रासदी पर हृदय विदारक रेल गीत। गीतकार और गायक: कवि प्रदीप। संगीत: सी रामचंद्र। निर्देशक: आई एस जौहर।
(28) राही मतवाले वारिस । फिल्म: वारिस (1954)। श्रृंगार रस से भरपूर और कमाल का फिल्माया गया प्रणय रेलगीत ।हीरो और गायक: तलत महमूद। हीरोइन और गायिका: सुरैया। गीतकार: कमर जलालाबादी। संगीतकार: अनिल बिस्वास। निर्माता: नितिन बोस।
(29) गया अंधेरा हुआ उजाला । फिल्म: सुबह का तारा(1954)। दार्शनिक, प्रेरणास्पद प्रेमगीत, रेलगीत। संगीतकार: सी रामचंद्र। गीतकार: नूर लखनवी। गायक: तलत महमूद और गायिका: लता मंगेशकर। निर्देशक :वी शांताराम।
(30) भाभी आई, भाभी आई। फिल्म: सुबह का तारा(1954)। बहुत प्यारा बाल गीत, हास्य गीत और रेल गीत। संगीतकार: सी रामचंद्र। गीतकार: नूर लखनवी। गायिका: उषा मंगेशकर। निर्देशक :वी शांताराम। परदे पर: राजश्री और प्रदीप।
(31) दिल मेरा है दिवाना । फिल्म: शर्त (1954)। एक रहस्य पूर्ण , प्रेमगीत और रेल गीत। गीतकार: एस एच बिहारी। गायिका : आशा भोसले। संगीतकार : हेमंत कुमार। हीरो: दीपक। हीरोइन : श्यामा। निर्देशक : बी मित्रा। निर्माता: फिल्मिस्तान। परदे पर: मोहना।
(32) मन रे ना गम करिए नौकरी । फिल्म: नौकरी(1954)। विमल रॉय का निर्देशन, सलिल का संगीत और लता की आवाज़ में अनूठा रेलगीत। हीरो: किशोर कुमार। हीरोइन: शीला रमानी। गायिका: लता मंगेशकर। गीतकार: शैलेंद्र। संगीतकार: सलिल चौधरी।निर्माता और निर्देशक : बिमल रॉय। परदे पर: किशोर कुमार और शीला रमानी:
(33) ये दुनिया की रेल मुसाफिर । फिल्म: सितारा (1955)। दार्शनिक, मधुर रेल गीत। गायक: मोहम्मद रफी। गीतकार: शकील बदायूंनी। संगीतकार: गुलाम मोहम्मद। निर्देशक: एस के ओझा। निर्माता: पी एन अरोरा। हीरो: प्रदीप कुमार। हीरोइन: वैजयंतीमाला। सिर्फ ऑडियो।
(34) जीवन की गाड़ी चलती है । फिल्म: दो दूल्हे(1955)। भिखारियों द्वारा गाया गया उदासी भरा दार्शनिक अंदाज वाला रेलगीत। गायक: तलत मेहमूद। गायिका: लता मंगेशकर। गीतकार : पंडित इंद्र। संगीतकार: बी एस कल्ला। हीरो: सज्जन। हीरोइन: श्यामा (खुर्शीद अख्तर)। निर्माता: जेमिनी पिक्चर्स। परदे पर: सज्जन, श्यामा और दो अनजान कलाकार।
(35) आया आया रे बंबई वाला। फिल्म: फरार(1955)। अद्भुत रेलगीत जो एक रेल हॉकर पर फिमाया गया है। गायक और संगीतकार: अनिल बिस्वास। गीतकार: सरदार जाफरी। निर्देशक: फणी मजूमदार। हीरो: देव आनंद। हीरोइन: गीता बाली।
(36) बस्ती-बस्ती पर्वत-पर्वत गाता जाए बंजारा । फिल्म: रेलवे प्लैटफॉर्म (1955)। शीर्षक गीत, अतुलनीय दार्शनिक गीत, प्रेरणास्पद रेलगीत। गायक: मोहम्मद रफी और मनमोहन कृष्ण।गीतकार: साहिर लुधियानवी। संगीतकार: मदन मोहन।परदे पर: सुनील दत्त, मनमोहन कृष्ण और अन्य कलाकार।
(37) ये दुनिया रेल निराली। गाना: ये दुनिया रेल निराली। गाते, नाचते, हंसते खेलते हुए गाया गया दार्शनिक रेलगीत कोरस में । फिल्म: पायल (1957)। गायक-रफ़ी और साथी। हीरो: सुनील दत्त। हीरोइन: पद्मिनी। गीतकार: राजिंदर कृष्ण। संगीतकार: हेमंत कुमार । डायरेक्टर: Joseph Taliath. Producer: Madras Talkies. परदे पर: आगा और बहुत सारी दक्षिण भारतीय सह-अभिनेत्रियां।
(38) गाना: आज इस नगरी कल उस नगरी । इस रेल गीत में रेल, विरह, मस्ती और दर्शन का खूबसूरत मिलन है। फिल्म: (नया ज़माना) (1957)। गायक: रफी और साथी। गीतकार: प्रेम धवन। संगीतकार: कनु घोष। परदे पर: प्रदीप कुमार, माला सिन्हा और अन्य।
(39) गाना: ठोकर नसीब की जो खाकर। रेल गीत, भिक्षुक गीत, दार्शनिक गीत और प्रेरणास्पद गीत। फिल्म: मिस इंडिया (1957)। गायक: मन्ना डे। गीतकार: राजेंद्र कृष्ण। संगीतकार: एस डी बर्मन। हीरो: प्रदीप कुमार। हीरोइन: नर्गिस। निर्देशक: आई एस जौहर। परदे पर: नर्गिस, एक बूढ़ा भिखारी, उसके साथ दो बच्चे और अन्य रेल यात्री।
(40) गीत: एक गाड़ी इधर से हमारी चली। फिल्म: छोटे बाबू (1957)। सरल रेल गीत और प्रणय गीत। गायिका: शमशाद बेगम और आशा भोंसले। हीरो: शेखर। हीरोइन: निम्मी। गीतकार: पी एल संतोषी। संगीतकार :मदन मोहन। निर्देशक: हरसुख भट्ट। निर्माता: एल एस अग्रवाल। सिर्फ ऑडियो।
(41) गाना: चल उड़ जा रे पंछी। फिल्म: भाभी (1957)। उत्तम रेलगीत, विरह गीत और पंछी गीत। गायक: रफ़ी। गीतकार: राजिंदर कृष्ण। हीरो: बलराज साहनी। हीरोइन: पंडरी बाई। परदे पर: नंदा। संगीतकार: चित्रगुप्त।
(42) गाना: है अपना दिल तो आवारा। रेल गीत, एक तरफ प्रेम गीत, टपोरी गीत, माउथ ऑर्गन का श्रेष्ठ गीत। फिल्म: सोलहवां साल (1958)। गायक: हेमंत कुमार। हीरो: देव आनंद। हीरोईन: वहीदा रहमान। गीतकार: मजरूह सुल्तानपुरी।संगीतकार:एसडी बर्मन। निर्देशक: राज खोसला। परदे पर: देव आनंद, वहीदा रहमान, सुंदर, जगदेव और बंबई की ऐतिहासिक लोकल ट्रेन।
(43) गाना: ये बॉम्बे शहर का बड़ा नाम है। फिल्म: क्या ये बॉम्बे है (1959)। गायक: मोहम्मद रफ़ी। गीत-नूर देवासी। संगीतकार: बिपिन दत्ता। हीरो: मारुति। हीरोइन: निशी कोहली। परदे पर: मारुती, एक अज्ञात सह-कलाकार, बंबई की सड़कें, बिल्डिंग्स, बस और लोकल ट्रेन आदि।
पंकज खन्ना
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CAT-a-LOG: CAT-IIM कोचिंग।छात्र और पालक सभी पढ़ें।
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